[अनेक शब्दों के लिए एक शब्द]
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Toggleहिंदी भाषा में अनेकों ऐसे शब्द है, जो किसी वाक्यांश दो या दो से अधिक शब्दों का भाव प्रकट करते हैं उन्हें अनेक शब्दों के लिए एक शब्द कहा जाता है।
शब्दों का समूह
वाक्य | एक शब्द |
जिसके पास कुछ भी न हो | अकिंचन |
जिसे बुलाया न गया हो | अनाहूत |
जो कहने योग्य हो | कथनीय |
जो देखने योग्य हो | दर्शनीय |
जिस शास्त्र का संबंध पृथ्वी से है | भूगोलशास्त्र |
मोक्ष की इच्छा रखने वाला | मुमुक्षु |
हवन में जलने वाली लकड़ी | समिधा |
समुद्र में लगने वाली आग | बड़वाग्नि |
वन में लगने वाली आग | दावाग्नि |
पेट में लगने वाली आग | जठराग्नि |
हमेशा रहने वाला | शाश्वत |
हमेशा न रहने वाला | नश्वर |
जिस पेड़ के पत्ते झड़ जाते हैं | अपत |
जो प्रमाण से सिद्ध ना हो सके | अप्रमेय |
जो प्रमाण से सिद्ध हो सके | प्रमेय |
उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति | रिक्थ |
पूर्वजों से उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति | वसीयत |
जिसकी आशा ना की गई हो | अप्रत्याशित |
जिस पर उपकार किया गया | उपकृत |
- मोक्ष की इच्छा रखने वाला – मुमुक्षु
- जिसकी आशा न की गई हो – अप्रत्याशित
- वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो – अन्योदर
- वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो – आगमिस्यतपतिका
- प्राचीन आदर्शों पर चलने वाला – गतानुगतिक
- किसी ग्रंथ में अन्य व्यक्ति द्वारा जोड़ा गया भाग – क्षेपक
- बिना घर का – बेघर , अनिकेत
- किसी विषय की पूरी छानबीन करना- विवेचन
- जो सदा दूसरों पर संदेश करता है – शंकालु
- हर समय देश से काम करने वाला – दीर्घसूत्री
- जिसने ऋण लिया हो – ऋणी,अधर्मण
- किसी के प्रति उदारता पूर्वक किया गया व्यवहार – अनुग्रह
- जिसे पार करना कठिन हो – दुर्गम
- जो आभूषण सिर पर धारण किया जाए – शीर्षस्थ
- शीघ्र प्रसन्न होने वाला – आशुतोष
- जिसके समान दूसरा ना हो – अप्रतिम,आदित्य
- जहां पहुंचा न जा सके – अगम
- अनुशासनात्मक कार्यवाही की प्रक्रिया के फल स्वरुप पद के नीचे उतरना -पदावनती
- दो बार जन्म लेने वाला – द्विज
- जिसका पति परदेश चला गया हो – प्रोषितपतिका
- रात्रि का तीसरा पहर – त्रियामा
- धारण करने में कठिन- दुर्वह
- जिसका ठीक तौर से कथन संभव ना हो- दुष्परिमेय
- किसी काम में पूर्ण रूप से मन लेने वाला – दतचित्र
- जिसका जवाब ना दिया गया हो
- ऊंचे स्वर में उच्चारण किया हुआ
- गोद में सोने वाली स्त्री
- धारण करने वाली – धारयित्री
- हाल ही ब्याही ,सामान लज्जा और शील वाली – नायिका
- जिसे कोई इच्छा ना हो – निस्पृह
- वह स्त्री जिसका पति दूसरा विवाह करें – अध्यूढ़ा
- जो अभी तक ना आया हो – अनागत
- जिसका कोई दूसरा उपाय ना हो – अन्न्योपाय
- जिसकी नाप तोल ना हो सके – अपरिमेय
- जो ढका हुआ ना हो – आवरण ,अनावृत ,अपरिच्छन्न
- जिसका निश्चय ना हो सके – अप्रतियमान
- जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय
- जो कुछ नहीं जानता – अज्ञ
- बिना पलक गिराए – निर्मिमेष
- प्रतिकार करने या बदला चुकाने की इच्छा – प्रतिचिकीर्षा
- बच्चों को जन्म देने वाली स्त्री – प्रसूता
- पहनने के योग्य – परिधेय
- जिस स्त्री को उसके पति ने छोड़ दिया हो – परित्यक्ता
- दूसरों को शिक्षा देने वाला- परोपदेश
- प्राण रक्षा करने वाला – प्राणद
- जो चिंतन करने योग्य ना हो- अचिन्त्य
- बिना पलक गिराए- अनिमेष
- अग्रज के विवाह के पूर्व अनुज का विवाह – अनुवेश
- सूंघने ने के योग्य-आघ्रेय
- जिसका अहंकार चूर हो गया हो – आतगर्व
- जिसकी समस्त कामनाएं पूरी हो गई हो – आप्तकाम
- जो अपने वीर्य को ना गिरने दे -उध्व्ररेता
- जिसका जवाब ना दिया गया हो-अनिस्तीर्ण
- ऊंचे स्वर में उच्चारण किया हुआ – उधर्वोच्चारित
- गोद में सोने वाली स्त्री -अंकशायिनी
- जिसका आदी ना हो – अनादि
- भोजन करने की इच्छा – जिघुत्षु
- मन वचन और कर्म से -मनसा
- किसानों की सहायता के लिए सरकार द्वारा दिया गया धन – तकावी
- हरा भरा मैदान – शाद्रवल
- बचपन और जवानी के बीच का समय – वय:संधी
- जिसे अपने स्थान से हटा दिया गया है – विस्थापित
- जो दूसरों को वाणी से देने को कह चुके हो – वाग्दत
- अधिक बोलता हो – अधिवक्ता
- जो बहुत बातें करता हो – वाचाल
- उत्तराधिकार में मिली जायदाद -रिक्थ
- मरने की इच्छा – मुमूर्षा
- वह काव्य जिसका अनियय हो सके – रुपक
- लालिमा से युक्त – रक्तिम
- पुलिस या सेना का नया सिपाही -रंगरुट
- ललचाया हुआ लभाया हुआ – लुव्ध
- चाटने योग्य वस्तु – लेह्य
- अपने पति की अनुरागिनी स्त्री – स्वकीया
- जो सबमें व्याप्त है – विभु
- चौड़ा या फाड़ा हुआ – विदिर्न
- ऐसा कवि जो तत्काल रचना करता है – आशुकवि
- जिसका बुढ़ापा ना आए – अजर
- रनिवास में कड़े पर्दे में रहने वाली स्त्री -असूर्यस्पश्या
- जानने की इच्छा – जिज्ञासु
- जिसका जन्म कन्या के गर्भ से हुआ हो – कानीन
- जो तत्काल उत्तर दे सके – प्रतिउत्पन्नमती
- पूछने योग्य – पृष्टव्य
- आय और व्यय के आंकड़ों की जांच करने वाला – अंकेक्षक
- हवन में जलाने वाली लकड़ी – समिधा
- रंगमंच के पर्दे के पीछे का स्थान – नेपथ्य
- जो ऊंची जाति में जन्म लिया हो – कुलीन
- जो छोटी जाति में जन्म लिया हो – अन्त्यज
- आधी रात का समय -निशीथ
- पृथ्वी और सूर्यदि लोकों के मध्य का अंतर स्थान- अंतरिक्ष
- किसी कथा बात या प्रसंग के अंतर्गत आने वाली कोई दूसरी कथा-अन्तर्कथा
- किसी पुरुष से प्रेम करने वाली अविवाहित स्त्री-अनूढा
- केंद्र से दूर जाने की प्रवृत्ति रखने वाला – केंद्रापसारी
- सुंदर बड़े बालों वाली स्त्री – केशिनी
- वह नायिका जिसका पति रात को किसी अन्य स्त्री के पास रहकर सवेरे आए -खण्डिता
- सूर्य या चंद्र के समस्त मंडल के ढक जाने वाला ग्रहण -खग्रास
- जिसमें गीत अधिक हो वह नाटक -गीतिरुपक
- इंद्रियों से ना जानने योग्य – गोतीत
- जिसका उत्तर खोजना पड़े ऐसा कथन – प्रहेलिका
- हास्यपरक प्रधान कहानी या लेख – प्रहसन
- जिसने बहुत सुंदर ज्ञान पाया हो – बहुश्रुत
- खाने की इच्छा – बुभुक्षा
- टूटे-फूटे पदार्थ के बचे टुकड़े – भग्नावशेष
- जो फूल आधा खिला हो – मुकुल
- जो भविष्य में अवश्य होने वाला हो – भवितव्य
- गायों के चढ़ाने का स्थान – गोचर
- दूसरों का दोष खोजने वाला -छिद्रान्वेषी
- जीतने की इच्छा – जिगीषु
- जिसकी कीमत ना हो – अमूल्य
- जिसकी कीमत बहुत हो – बहुमूल्य
- जिसके हृदय पर आघात हुआ हो – मर्माहत