क्लाउड कंप्यूटिंग
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Toggleकिसी डिजिटल सर्वर पर अपने डाटाबेस को स्टोर व सुरक्षित रखने की नेटवर्किंग सुविधा है।
उदाहरण-वन ड्राइव या गूगल ड्राइव पर डाटा को स्टोर करना।
क्लाउड कंप्यूटिंग के कार्य/चरण-:
डाटा को स्टोर करना।
डाटा को फायरवाल आदि के माध्यम से सुरक्षित रखना।
उपयोगकर्ताओं को लोगिन आदि की सुविधा देना।
महत्व-:
मल्टी डिवाइस एक्सेस।( अनेकों डिवाइस में एक ही डाटा को एक्सेस किया)
मल्टी लोकेशन एक्सेस। (विभिन्न स्थानों से एक ही डाटा को एक्सेस किया जा सकता है।)
डेटाबेस स्टोर करने के लिए अतिरिक्त ऑनलाइन स्पेस प्राप्त हो जाता है। (उदाहरण के लिए गूगल ड्राइव)
हमारी डिवाइस (मोबाइल या कंप्यूटर) गुम जाने पर भी लोग इन द्वारा उसे डाटा को पुनः प्राप्त किया जा सकता है।
वर्तमान के सभी वेबसाइट, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का डाटा स्टोर करने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग होता है।
अपने संस्थान के सभी कर्मचारियों के व्यापक डाटाबेस को अपने संस्थान की सर्वर पर एक साथ रखा जा सकता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग में एक्सेस -:
क्लाउड कंप्यूटर में अपने डेटाबेस को एक्सेस करने के लिए लॉगिन करने की आवश्यकता होती है,
लोगिन के प्रकार
यूजर लोगिन- इसमें यूजर केबल सीमित डाटा को ही आउटपुट कर सकता है।
एडमिनिस्ट्रेटिव लोगिन -यह लॉगिन सरवर के एडमिनिस्ट्रेटर कर्मचारियों को मिलते हैं डाटा को एड,एडिट, डिलीट आदि कर सकते हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार-:
सार्वजनिक क्लाउड कंप्यूटिंग -: इसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति इंटरनेट के माध्यम से डेटाबेस को एक्सेस कर सकता है
उदाहरण-: गूगल, युटुब।
निजी क्लाउड कंप्यूटिंग-: इसके अंतर्गत कुछ विशिष्ट व्यक्ति (सब्सक्राइबर ) ही लागिन करके से डेटाबेस को एक्सेस कर सकते हैं सभी नहीं।
उदाहरण- निजी संस्थाओं के एप।
चुनौतियां -:
इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है जो कई जगह उपलब्ध नहीं है।
सर्वर हैक होने पर इसके डाटा का दुरुपयोग किया जा सकता है।
मेघराज-:
यह भारत सरकार द्वारा विकसित क्लाउड कंप्यूटिंग है।
मुख्य उद्देश्य
विभिन्न सरकारी योजनाओं तथा सरकारी रिकॉर्डों को आपस में लिंक करके ई-गवर्नमेंट को बढ़ावा देना।
तथा भारत को डेटा सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाना।