बहुलता का प्रबंधन एवं प्रशासन

बहुलता का प्रबंधन एवं प्रशासन 

बहुलता के प्रबंधन का अर्थ -:

संगठन में कार्यरत भिन्न-भिन्न जाति ,धर्म ,क्षेत्र ,लिंग ,भाषा के लोगों का सम्मान करते हुए उनके बीच सामंजस स्थापित करना। 

बहुलता का प्रबंधन एवं प्रशासन 

समावेशिका-: संगठन के निर्णय में सभी वर्ग के लोगों को समावेशित करना। 

समानता-: संगठन के आंतरिक नियम सामानतावादी हो, किसी वर्ग को उच्च या निम्न ना समझा जाए

तीव्र तनाव निपटान-: विभिन्न वर्गों के मध्य मूल्यों ,विश्वासों एवं हितों में टकराव पर; शीघ्रता से तनाव प्रबंधन किया जाना। 

संचार-: विविध समूहों के मध्य संचार को बढ़ावा देना, ताकि एक दूसरे के प्रति नकारात्मकता खत्म हो। 

योग्यता आधारित कार्य विभाजन -: योग्यता के आधार पर कार्य सौंपना, ना की पृष्ठभूमि के आधार पर। 

संगोष्ठियों का आयोजन- समय-समय पर समरसता बढ़ाने वाली संगोष्ठियों का आयोजन किया जाना। 

जन प्रबंधन के अवसर एवं चुनौतियां-:

जन प्रबंधन का अर्थ- 

संगठन में कार्यरत कर्मचारियों की विभिन्न गतिविधियों को सुनियोजित कर, उनका मार्गदर्शन करना। 

जन प्रबंधन के अवसर-:

  • कर्मचारियों के नियोजन का अवसर। 

  • कार्य विभाजन का अवसर। 

  • निरीक्षण एवं मूल्यांकन का अवसर। 

  • उनके संगठन का अवसर। 

  • उनके निर्देशन का अवसर। 

  • उनकी मदद सामंजस बैठने का अवसर। 

जन प्रबंधन की चुनौतियां-:

  • प्रभावी संचार की चुनौती। 

  • अधीनस्थ को अभिप्रेरित रखने की चुनौती। 

  • जवाबदेही सुनिश्चित करने की चुनौती। 

  • तीव्र निर्णय की चुनौती। 

  • नैतिकता की स्थापना की चुनौती। 

  • सामंजस्य स्थापित करने की चुनौती। 



Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *