मध्य प्रदेश में व्यापार और निवेश
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मध्य प्रदेश में व्यापार का संवर्धन करने के लिए, मध्य प्रदेश ट्रेड प्रमोशन काउंसिल की स्थापना 2022 को की गई।
कार्य -‘
उद्यमिता का विकास- यह उघमियों को मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
निर्यात सहयोग- इसके द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं के भंडारण सुविधा तथा परीक्षण प्रयोगशाला की सुविधा दी जाती है।
निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र का विकास-यह सरकार, उद्योग और संघों के मध्य ताल में स्थापित का निर्यात परिस्थितिकी तंत्र का विकास कर रहा है।
मध्य प्रदेश में निर्यात की स्थिति-:
2020-21 में भारत के कुल निर्यात में मध्य प्रदेश का योगदान 2.1% था निर्यात तैयारी सूचकांक में भारत में मध्य प्रदेश में 12वां स्थान प्राप्त किया।
मध्य प्रदेश की प्रमुख निर्यात वस्तुएं
दवाइयां
कपास तथा सूती धागा
रेडीमेड कपड़े
एल्युमिनियम
मशीनरी एवं पूंजीगत सामान
मध्यप्रदेश में निवेश -:
वर्ष 2021-22 के आंकड़ों के अनुसार राज्य को कल 1560 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त हुआ और एफडीआई के मामले में मध्य प्रदेश का भारत में 13 वां स्थान है। (मध्य प्रदेश में एफडीआई 208 मिलियन डॉलर)
मध्य प्रदेश को सर्वाधिक निवेश निम्न क्षेत्र में प्राप्त हुआ-
कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण
ऑटोमोबाइल एवं इंजीनियरिंग
कपड़ा उद्योग
दवा उद्योग
रक्षा उघोग क्षेत्र।
मध्यप्रदेश में निवेश प्रोत्साहन
मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अनेकों कदम उठाए गए हैं जैसे-
ग्लोबल इन्वेस्टर सबमिट -: इसका आयोजन वर्ष 2007 से किया जा रहा है।
और हाल ही में 11,12 जनवरी 2030 को सातवीं ग्लोबल यूनिवर्सिटी सबमिट का आयोजन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में किया गया।
इस ग्लोबल इन्वेस्टर सबमिट में 15.42 लाख करोड़ की निवेश की इरादे प्राप्त हुए।
जिसमें लगभग 28 लाख रोजगार पैदा होने का अनुमान है।
मध्य प्रदेश ट्रायफेड-; यह सिंगल विंडो का पोर्टल है जिसके माध्यम से निवेशक, निवेश का आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।
एमपी निवेश सुविधा कारण अधिनियम 2008-यह अधिनियम निवेश की प्रक्रिया को नियमबद्ध तथा सरल बनाने के लिए लाया गया था।
भूमि बैंक-राज्य सरकार ने उद्योगों की स्थापना के लिए लगभग 16000 हेक्टेयर निवेश योग्य भूमि का व्यापक डेटाबेस बनाया है।