मार्केटिंग एवं नेटवर्किंग
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निर्मित माल को कारखाने से उठाकर उसे उपभोक्ता को बेचने का कार्य, मार्केटिंग कहलाता है।
उत्पादित माल का सही मूल्य पर, पर्याप्त मात्रा में विक्रय ही उद्यम की सफलता का आधार है।
मार्केटिंग की विशेषताएं-:
मार्केटिंग एक सृजनात्मक प्रक्रिया है जिससे उत्पादन गुणवान तथा मूल्यवान हो जाता है
मार्केटिंग विज्ञान एवं कला दोनों है
मार्केटिंग एक गतिशील प्रक्रिया है
मार्केटिंग में उत्पाद मांग एवं विक्रय की रणनीतियां दोनों शामिल होते हैं
मार्केटिंग उपभोक्ता के रुझानों के अनुरूप होती है
मार्केटिंग का व्यावहारिक रूप ही विज्ञापन है।
मार्केटिंग के प्रकार-:
रिलेशनशिप मार्केटिंग-: इसके अंतर्गत ग्राहक के व्यवहार के अनुरूप प्रोडक्ट को संशोधित कर उसकी बिक्री बढ़ाई जाती है।
वर्ड आफ माउथ मार्केटिंग-: इसके अंतर्गत ग्राहकों के फीडबैक के अनुरूप विज्ञापन किया जाता है।
डिजिटल मार्केटिंग-: सोशल मीडिया आदि के माध्यम से मार्केटिंग करना।
पेड विज्ञापन-: टीवी रेडियो समाचार में पेड विज्ञापन देना।
मार्केटिंग से संबंधित कार्य
नियोजन संबंधी कार्य –
विपणन अनुसंधान
वस्तु का प्रमाणीकरण
पैकेजिंग
वस्तु का विविधीकरण
मूल्य निर्धारण
वितरण संबंधी कार्य -:
भंडारण
परिवहन
बाजार पहुंच
विक्रय संबंधी कर
विज्ञापन
विक्रय की शर्तों का निर्धारण
विक्रय पश्चात सेवा
डिजिटल मार्केटिंग -:
डिजिटल तकनीक के माध्यम से, अपने प्रोडक्ट के बारे में बताकर लोगों को ग्राहक के रूप में परिवर्तित करना डिजिटल मार्केटिंग कहलाती है।
डिजिटल मार्केटिंग के लाभ-:
भौतिक मार्केटिंग की तुलना में आसान।
उपेक्षाकृत कम धन की आवश्यकता।
टारगेटेड ग्राहकों पर आधारित होने से, कन्वर्जन रेट अधिक होना।
वर्क फ्रॉम होम में सहायक।
विभिन्न कंपनियों के साथ लिंकेज की सुविधा।
मार्केटिंग और विक्रय में अंतर
आधार | मार्केटिंग | विक्रय |
उद्देश्य | उत्पाद की मांग बढ़ाना | उत्पाद का विक्रय करना |
प्रक्रिया | अनुसंधान, मूल्य निर्धारण ,वितरण | बाजार द्वारा विक्रय |
समयसीमा | उपेक्षाकृत अधिक लगती है | उपेक्षाकृत कम होती है |
माध्यम | वितरण चैनल के माध्यम से | प्रत्यक्ष बातचीत एवं काल द्वारा |
बजट | उपेक्षाकृत अधिक बजट की आवश्यकता | न्यूनतम बजट की आवश्यकता। |
नेटवर्किंग
नेटवर्किंग क्या है-:
नेटवर्किंग एक बिजनेस मॉडल है, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को आपस में जोड़कर ग्राहकों की संख्या बढ़ाई जाती है।
नेटवर्किंग का उद्देश्य-: अधिक से अधिक लोगों को अपने प्रोडक्ट के बारे में बताना और उन्हें ग्राहक में बदलना।
नेटवर्किंग के लाभ-:
रेफरल ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी।
यह मार्केटिंग का एक प्रभावी एवं आसान तरीका है।
नेटवर्किंग से दूसरों की दृष्टिकोण व अनुभव द्वारा प्रोडक्ट में सुधार होता है।
नेटवर्किंग के प्रकार-:
ऑनलाइन नेटवर्किंग
व्यक्तिगत नेट वर्किंग-व्यक्तिगत समपार द्वारा प्रोडक्ट का प्रचार प्रसार।
पेशेवर नेटवर्किंग- संघ ,समूह तथा क्लब द्वारा प्रोडक्ट प्रचार।
ऑफलाइन नेटवर्किंग-ऑनलाइन माध्यम से पेशेवर लोगों को आपस में जोड़कर प्रोडक्ट का प्रचार प्रसार करना। (उदाहरण के लिए लिंकडन).