[प्रबोधक संप्रेषण(persuasive communication)]
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Toggleप्रबोधक संप्रेषण का अर्थ
प्रबोधक संप्रेषण दो शब्दों से मिलकर बना प्रबोधक और संप्रेषण यहां पर प्रबोधक का तात्पर्य है:- सचेत करने वाला , सचेत करने वाला ज्ञान देने वाला या भरोसा दिलाने वाला।
और संप्रेषण का अर्थ है:- वार्तालाप या संचार।
अर्थात ऐसा तर्कयुक्त संप्रेषण या अभिव्यक्ति, जो निर्धारित उद्देश्य के अनुरूप, व्यक्तियों की मनोवृत्ति या मान्यताओं को बदलने के लिए किया जाता है, उसी प्रबोधक संप्रेषण कहते हैं।
जैसे:-
हेलमेट लगाने के प्रति लोगों की सकारात्मक मनोवृत्ति विकसित करने हेतु किया गया प्रबोधक संप्रेषण।
लोगों के अंदर दहेज प्रथा के प्रति नकारात्मक मनोवृति विकसित करने के लिए किया गया प्रबोधक संप्रेषण।
किसी वस्तु की बिक्री बढ़ाने के लिए टीवी पर किया गया विज्ञापन।
प्रबोधक संप्रेषण करने के लिए निम्न तरीकों का उपयोग किया जाता है:-
सीधी वार्तालाप
भाषण द्वारा
पोस्टर द्वारा
वीडियो ,रेडियो ,इंटरनेट द्वारा
अखबार, मैगजीन द्वारा।
प्रबोधक संप्रेषण की विशेषताएं:-
प्रबोधक संप्रेषण का कोई ना कोई निश्चित उद्देश्य होता है।
यह अपेक्षित दिशा में व्यक्तियों की मनोवृति को परिवर्तित करने की सुनियोजित पद्धति है।
प्रबोधक संप्रेषण के अंतर्गत संदेश को इस प्रकार से अभिव्यक्ति किया जाता है जो श्रोता एवं दर्शकों के अंदर उस विषय के प्रति उत्प्रेरणा जागृत करें।
प्रबोधक संप्रेषण विषय से संबंधित एक्सपर्ट व्यक्ति द्वारा करवाया जाता है। जैसे :-सुंदरता से संबंधित प्रबोधक संप्रेषण दीपिका पादुकोण द्वारा करवाया जाना।
प्रबोधक संप्रेषण के निर्धारक तत्व/एक आदर्श प्रबोधक संप्रेषण के तत्व
प्रबोधक संप्रेषणकर्ता :-
प्रबोधक संप्रेषण को प्रभावशाली बनाने में संप्रेषणकर्ता का महत्वपूर्ण योगदान होता है, क्योंकि संप्रेषणकर्ता विषय से संबंधित जितना प्रभावी एवं आकर्षण व्यक्तित्व वाला होगा प्रबोधक संप्रेषण उतना ही अधिक प्रभावशाली होगा।
उदाहरण :-टूथपेस्ट का विज्ञापन एक सामान्य व्यक्ति की तुलना में डॉक्टर द्वारा किया जाना ज्यादा विश्वसनीय प्रतीत होता है।
सौंदर्य प्रसाधन की वस्तु का विज्ञापन मैरीकॉम की बजाय प्रियंका चोपड़ा द्वारा किया जाना ज्यादा प्रभावशाली होगा।
कोल्ड ड्रिंक का विज्ञापन सामान्य व्यक्ति की तुलना में खिलाड़ी द्वारा किया जाना ज्यादा विश्वासनीय होगा।
संप्रेषण की विषय वस्तु:-
संप्रेषण की विषय वस्तु की मनोवृत्ति को प्रभावित करने का महत्वपूर्ण कारक है।
वही संदेश अधिक प्रभावी होगा जो श्रोताओं एवं दर्शकों को उत्तेजित करने वाला हो और इसके लिए संदेश में दो तत्व होना अनिवार्य है:-
संदेश भावनात्मक उत्तेजना हो
संदेश में भर या डर निहित हों,
जैसे:-हेलमेट लगाने के प्रति लोगों की सकारात्मक मनोवृति विकसित करने के लिए सामान्य रूप से हेलमेट लगाने के लिए कहने की बजाय यह कहना ज्यादा प्रभावशाली होगा कि:-
घर में आपका कोई इंतजार कर रहा है यदि आप सुरक्षित घर तक पहुंचना चाहते हैं तो आपको हेलमेट लगाके ही जाना चाहिए अन्यथा थोड़ी सी दुर्घटना में आपकी मौत भी हो सकती है, जिसके कारण आप अपनों से सदा से बिछड़ जाएंगे।
संप्रेषण का माध्यम:-
अप्रत्यक्ष माध्यम जैसे -टीवी, रेडियो, अखबार द्वारा किया गया संप्रेषण प्रत्यक्ष माध्यम से किए गए संप्रेषण की तुलना में कम प्रभावशाली होता है।
अतः संप्रेषण को प्रभावशाली बनाने के लिए आमने-सामने की स्थिति में आकर संप्रेषण करना चाहिए।
जैसे:- यदि राजनीति किसी अखबार के माध्यम से चुनाव प्रचार करेगा तो कम प्रभावी होगा यदि वह भाषण देकर आमने-सामने प्रचार करता है तो वह प्रचार अधिक प्रभावशाली होता है।
और यदि आप मां है अपने पुत्र को बचाने के लिए पत्नी है तो अपने पति को बचाने के लिए बहन है तो अपने भाई को बचाने के लिए हेलमेट लगाइए और लगवाइए।
लक्षित व्यक्ति:-
प्रबोधक संप्रेषण तभी प्रभावशाली होता है जब श्रोता या लक्षित व्यक्ति उस संप्रेषण को अच्छी तरह से समझ सके, यदि श्रोता थके हुए हैं परेशान हैं , दुखी हैं या कुछ विषय के संबंध में उनकी कोई आवश्यकता नहीं है,तो ऐसी स्थिति में उनके अंदर संप्रेषण का कम प्रभावी होता है। अतः व्यक्ति की स्थिति एवं आवश्यकता के अनुसार प्रबोधक संप्रेषण करना चाहिए।
जैसे:- झुग्गी झोपड़ी का जीवन बिताने वाले व्यक्तियों के सामने बीएमडब्ल्यू गाड़ी का विज्ञापन निरर्थक होगा।
प्रबोधक संप्रेषण का प्रशासन में महत्व
एक अच्छा प्रशासनिक अधिकारी वही होता है जो एक अच्छा प्रबोधन संप्रेषणकर्ता (प्रभावी वक्ता)भी हो, क्योंकि वह एक नेतृत्वकर्ता भी होता है जिसे आवश्यकता अनुसार लोगों की मनोवृति में परिवर्तन भी लाना होता है,
प्रशासन में प्रबोधक संप्रेषण निम्नलिखित रूपों में महत्वपूर्ण या उपयोगी है:-
प्रशासन में जन सहभागिता को बढ़ाने के लिए, प्रशासन के प्रति जनता की सकारात्मक मनोवृति बनाना आवश्यक है।
आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, नक्सलवादियों , संप्रदाय वादियों ,भाषखवादियों की मनोवृत्ति को सुधारने हेतु भी प्रबोधक संप्रेषण आवश्यक है।
पर्यावरण संरक्षण हेतु, पर्यावरण के प्रति लोगों की सकारात्मक मनोवृति विकसित करने हेतु प्रबोधक संप्रेषण आवश्यक है। जैसे:- कचरा ना फैलाना ,वृक्षारोपण करना।
विभिन्न सामाजिक कुरीतियों जैसे :-बाल विवाह, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या के प्रति लोगों के अंदर नकारात्मक मनोवृति विकसित करके सामाजिक सुधार हेतु।
परिवार नियोजन के प्रति सकारात्मक मनोवृति विकसित करने हेतु।
अनुपालन
अनुपालन एक ऐसा दिखावटी व्यवहार है, जिसके अंतर्गत व्यक्ति अल्पकालीन समय के लिए, आंतरिक स्तर पर असहमत होते हुए भी संप्रेषक के निर्देशों के अनुरूप व्यवहार करता है।
उदाहरण के लिए:- बालक, पिता के घर में रहने पर पिता के निर्देशों के अनुसार करता है किंतु पिता के घर से बाहर जाने पर मनमानी तरीके से व्यवहार करने लगता है।