पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी

[पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी]

.[पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी]

विभिन्न गतिविधियों में प्रयोग की जाने वाली ऐसी प्रौद्योगिकी जो पर्यावरण हितैषी हो अर्थात जिसका पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव ना पड़े उसे पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी कहते हैं। 

जैसे-:

  • जीवाश्म ईंधन जलाए बिना सोलर कुकर से खाना बनाने की प्रौद्योगिकी। 

  • बायो टॉयलेट प्रौद्योगिकी। 

पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी को ‘हरित प्रौद्योगिकी’ या ‘स्वच्छ प्रौद्योगिकी’ के नाम से भी जाना जाता है।  

पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी के विकास के उद्देश्य-:

  • पर्यावरण प्रदूषण को कम करना।  

  • ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी करके, ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करना। 

  • जलवायु परिवर्तन एवं ओजोन परत के क्षरण को रोकना। 

  • ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना। 

  • सतत विकास को बढ़ावा देना। 

पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी के लाभ-:

  • यह पर्यावरण प्रदूषण कम करने में सहायक है। 

  • पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी के प्रयोग से ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन में कमी आएगी जिससे ग्लोबल वार्मिंग नियंत्रित हो सकेगी। 

  • जलवायु परिवर्तन एवं ओजोन परत क्षरण कम होगा। 

  • ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा मिलेगा जिससे ऊर्जा की अधिक पूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।  

  • हरित प्रौद्योगिकी सतत विकास को बढ़ावा देने में भी सहायक है। 

  • विभिन्न मानवीय गतिविधियों में हरित प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने से मानव स्वास्थ्य में सुधार आता है। 

प्रमुख पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी-:

हरित इमारतें (green building) -:

हरित इमारतों का तात्पर्य ऐसी इमारतों से है, जो पर्यावरण हितैषी होती हैं, हरित इमारतों की विशेषताएं-

  • उनका डिजाइन इस प्रकार से बनाया जाता है कि पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी एवं प्राकृतिक हवा आती रहे ताकि ऊर्जा की बचत हो। 

  • इमारतों में आवश्यक ऊर्जा के लिए नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों का उपयोग किया जाता है जैसे- सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी। 

  • हरित इमारत में जल तथा घरेलू अपशिष्ट पुनर्चक्रण की व्यवस्था होती है। 

हरित ईंधन-:

जैविक पदार्थों से जिसे ईंधन का निर्माण किया जाता है उसे हरित ईंधन या स्वच्छ ईंधन कहा जाता है। 

जैसे-:

  • बायो डीजल-: यह अपशिष्ट तेल तथा पशुओं की वसा से बनाया जाता है। 

  • बायोएथेनॉल-: यह मक्के एवं गन्ने से बनाया जाता है। 

  • बायोगैस-: यह जानवरों तथा मनुष्य के मल को अपघटित करके बनाई जाती है। 

हरित राजमार्ग-:

ऐसी राजमार्ग जिनके किनारे व्यापक मात्रा में वृक्षारोपण किया जाता है, ताकि वे वृक्ष उस राजमार्ग से चलने वाले वाहनों के प्रदूषण को अवशोषित कर ले और पर्यावरण प्रदूषण ना हो। 

ग्रीन पटाखे-:

ये बहुत कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे होते हैं। 

इलेक्ट्रिक कार-:

जीवाश्म ईंधन के स्थान पर इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाली कार इलेक्ट्रिक कार कहलाती है, इसके प्रयोग से हानिकारक गैसे नहीं निकलती और वायु प्रदूषण नहीं होता। 

बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक-:

जैविक पदार्थों से बना ऐसा प्लास्टिक जो अपघटित होने की क्षमता रखता है उसे बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक कहते हैं,इसके प्रयोग से वर्तमान में प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या कम हो जाएगी। 

RRR संकल्पना

यह ठोस अपशिष्ट के प्रबंधन की संकल्पना है जिसमें 

पहले R का अर्थ है- reduce 

दूसरे R का अर्थ है- reuse

और तीसरे R का अर्थ है- recycle. 

इस संकल्पना के अनुसार हमें प्लास्टिक व धातु जैसे ठोस पदार्थों का कम से कम उपयोग करना चाहिए तथा उसको बार-बार प्रयोग में लाना चाहिए अथवा उसे पुनर्चक्रण की प्रोसेस में भेजना चाहिए ताकि ठोस अपशिष्ट प्रदूषण न बढ़े। 

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