मध्य प्रदेश की राजनीति की समसामयिक मुद्दे
सामाजिक मुद्दे
महिला असुरक्षा का मुद्दा-:
महिला अपराध का मुद्दा हमेशा से मध्य प्रदेश की राजनीति में प्रभावी आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में हर रोज बलात्कार की करीब 17 घटना घटित होती है; तथा एनसीआरबी रिपोर्ट 2021 के अनुसार मध्य प्रदेश नाबालिकों के साथ बलात्कार के मामले में देश में नंबर 1 रहा।
अतः महिला सुरक्षा की गारंटी महिलाओं का प्रमुख राजनीतिक मुद्दा है।
हिंदुत्व का मुद्दा-:
मध्य प्रदेश की राजनीति में हिंदुत्व का काफी ज्यादा प्रभाव है इसी प्रभाव से महाकाल लोग कॉरिडोर,अहिल्या लोग आदि बनाए जाने की घोषणा की गई।
जाति का जनगणना का मुद्दा-:
बिहार में जाति का जनगणना होने के बाद मध्य प्रदेश में भी जातिगत जनगणना का मुद्दा चर्चा में है कांग्रेस सरकार जाति का जनगणना करने का वादा कर रही है।
शिक्षा का मुद्दा-
मध्य प्रदेश की साक्षरता दर राष्ट्र की साक्षरता दर से कम है अत नये गुणवत्तापूर्ण स्कूल कॉलेज, खोलने का एक मुद्दा एक राजनीतिक मुद्दा है।
आर्थिक मुद्दे-:
बेरोजगारी का मुद्दा -:
मध्य प्रदेश की युवा आबादी में सबसे प्रमुख मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा है।
कर्ज माफी का मुद्दा-:
मध्य प्रदेश में लगभग 70% आबादी किसने की है अतः किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा मध्य प्रदेश का एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा है।
राजनीतिक मुद्दे
ओबीसी आरक्षण का मुद्दा-
मध्य प्रदेश में कांग्रेस तथा भाजपा दोनों सरकारों ने ओबीसी वोट बैंक को साधने के लिए ओबीसी आरक्षण 14% से बढ़कर 17% रखने की घोषणा की है किंतु इसका निर्णय कोर्ट के अधीन है,जो प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बना है।
भर्ती परीक्षा धांधली का मुद्दा-:
हाल ही में मध्य प्रदेश में व्यापम द्वारा करावेगी पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधलीय तथा विभिन्न परीक्षा में पेपर लीक समुद्र सामने आया है जो मध्य प्रदेश की राजनीति को प्रभावित कर रहा है।
अन्य मुद्दे
-
भ्रष्टाचार का मुद्दा।
-
शिक्षा एवं स्वास्थ्य का मुद्दा
-
ओल्ड पेंशन स्कीम का मुद्दा-ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत जितनी वेतन होती थी उसका आधा पेंशन कर्मचारियों को मिलती थी किंतु नई पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद वेतन का लगभग 24 प्रतिशत राशि मिलती है। जो भी कर्मचारी वर्ग का एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा है।