मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य अधो-संरचना
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Toggleमध्य प्रदेश में स्वास्थ्य में वर्ष 2023-24 में लगभग 16000 करोड रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है। (जो बजट का लगभग 6.4% है)
स्वास्थ्य सेवा संचनालय की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में वर्तमान में-:
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मध्य प्रदेश में वर्तमान में 14 शासकीय मेडिकल कॉलेज हैं, जहां पर एमबीबीएस की 2055 से ज्यादा सीटें उपलब्ध है। (आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24)
प्रमुख मेडिकल कॉलेज
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, सागर।
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज, रीवा।
सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर।
गजरा राजी मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर।
गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल।
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, इंदौर।
तथा मध्य प्रदेश में 11 निजी क्षेत्र की चिकित्सा महाविद्यालय हैं,जिनमें एमबीबीएस की 1900 उपलब्ध है।
इसके अतिरिक्त दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर में है।
मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य अधो संरचना बेहतर करने हेतु प्रयास-
आयुष्मान भारत के तहत प्रयास-
आयुष्मान भारत- हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (AB-HWC)> इस कार्यक्रम के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, तथा इन्हें “आरोग्य केंद्र” का नाम दिया गया है;
वर्तमान में मध्य प्रदेश में लगभग 10,000 आरोग्य केंद्र क्रियाशील है।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB- PMJAY)>इसके तहत मध्य प्रदेश की लगभग 3.5 करोड़ हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जा चुके हैं। (जिसमें प्रति परिवार प्रत्येक वर्ष 5 लाख रुपए के निशुल्क इलाज का प्रावधान है)
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (AM-DM)>इसके अंतर्गत डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड बनाए जा रहे हैं।
आयुष्मान भारत-हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन(AB-HIM)>इसके अंतर्गत भारत सरकार द्वारा, मध्य प्रदेश शासन को 2023 तक 117 करोड रुपए स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए प्राप्त हो चुके हैं।
आयुष अधो-संरचना -:
मध्य प्रदेश में लगभग 75 ग्रामों को आयुष ग्राम के रूप में विकसित किया गया है।
धन्वंतरी आयुर्वैदिक कॉलेज उज्जैन को फर्स्ट रेफरल यूनिट के रूप में विकसित किया गया।
हब एवं स्टोक माडल-
मध्य प्रदेश में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के आधार पर टेलीमेडिसिन को बढ़ावा देने के लिए इस मॉडल को लागू किया गया।
स्वस्थ वाहन की व्यवस्था-
मध्य प्रदेश में आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 1002 संजीवनी (108 एम्बुलेंस) संचालित है हैं।
गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए 1050 जननी एंबुलेंस वाहन संचालित है।
शिशु स्वास्थ्य की व्यवस्था-
प्रदेश में 61 विशेष नवजात शिशु चिकित्सा इकाइयां (SNCU) संचालित हैं।
शहरी स्वास्थ्य की व्यवस्था-
मध्य प्रदेश में शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 924 शहरी स्वास्थ्य संस्थाएं स्वीकृत की गई है जिसमें से 328 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 179 संजीवनी क्लिनिक संचालित हो चुके हैं।
शहरी क्षेत्र के सभी 328 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष सेवाएं शुरू हो गई।
गेम क्षेत्र के 1415 प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में से 695 में आयुष सेवा शुरु हो गई।