राष्ट्रीय सुरक्षा संचालन
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Toggleभारत की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत में एक सुरक्षागत मजबूत ढांचा मौजूद है; जिसके अंतर्गत भारतीय सशस्त्र बल, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, अर्धसैनिक बल तथा विशेष बल शामिल हैं।
और भारत के राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च सेना अध्यक्ष हैं लेकिन सुरक्षा के लिए कार्यकारी अधिकार और उत्तरदाई प्रधानमंत्री एवं मंत्रिमंडल का होता है।
सशस्त्र सैन्य बल-:
भारत में 14 लाख से अधिक सक्रिय सैनिक तथा 10 लाख से अधिक रिजर्व सैनिक हैं।
सक्रिय सैनिकों की संख्या की दृष्टि से भारत चीन के बाद दूसरे सबसे बड़ी सैन्य शक्ति है
और स्वयंसेवी (volenteer) सैनिकों की दृष्टि से भारत विश्व की सबसे बड़ी सैनिक शक्ति है।
सशस्त्र सैन्य बल के अंग-:
भारतीय थल सेना
भारतीय नौसेना
भारतीय वायुसेना
इन तीनों सेनाओं के प्रमुख (CDS)चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ होते हैं। (वर्तमान में अनिल चौहान।)
:-भारतीय थल सेना -:
भारतीय थल सेवा की स्थापना 1895 तदको हुई तथा इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
इसका कार्यक्षेत्र-: भूमि की सुरक्षा होतापंहै।
यह तीनों सेना में से सबसे बड़ी सेना होती है।
भारतीय थल सेवा का अध्यक्ष “जनरल” होता है। (वर्तमान मे उपेंद्र द्विवेदी)
कार्य -;
बाहरी आक्रमण से देश की रक्षा करना।
प्राकृतिक आपदाओं आदि की स्थिति में प्रशासन को सहायता प्रदान करना।
आवश्यकता पड़ने पर संयुक्त राष्ट्र की शांति मिशन में भाग लेना।
भारतीय थल सेना की संरचना -:
भारतीय थल सेना को 7 कमाण्डो में बांटा गया है जिसमें से 6 कमाणड कार्रवाई के लिए तथा 1 कमान प्रशिक्षण के लिए होता है।
उत्तरी कमाण्ड-: उधमपुर (जम्मू कश्मीर)
दक्षिणी कमाण्ड-: पुणे (महाराष्ट्र)
पूर्वी कमाण्ड-: कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
पश्चिमी कमाण्ड-: चंडीमंदिर (हरियाणा)
सेंट्रल कमांड-: लखनऊ ( उत्तर प्रदेश)
दक्षिण पश्चिम कमांड-: जयपुर (राजस्थान)
ट्रेंनिंग कमांड-: शिमला, (उत्तराखंड)
प्रत्येक कमांड की का पदसोपान-:
:-भारतीय वायु सेना-:
भारतीय वायु सेवा की स्थापना 1932 में हुई इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
इसका कार्य क्षेत्र-: सामान्यतः वायुमंडल में।
भारतीय वायु सेवा विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है।
वायु सेवा के अध्यक्ष को “एयर चीफ मार्शल” कहा जाता है। (वर्तमान में ‘विवेक राम चौधरी’)
कार्य -:
भारतीय हवाई क्षेत्र की विदेशी आक्रमण से रक्षा करना।
थल सेना तथा वायु सेना के साथ मिलकर राष्ट्रीय हित सुरक्षित करना।
मानवीय आपदा या गृह युद्ध आदि की स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना।
भारतीय वायु सेवा की संरचना-:
भारतीय वायु सेवा को मुख्य रूप से पांच ऑपरेशनल कमांडो में बांटा गया है-:
सेंट्रल एयर कमांड-: इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश।
ईस्टर्न एयर कमांड-: शिलांग ,मेघालय।
वेस्टर्न एयर कमांड-:दिल्ली।
सदर्न एयर कमांड-: तिरुवनंतपुरम, केरल
साउथ वेस्टर्न एयर कमांड-: गांधीनगर,गुजरात।
:-भारतीय नौसेना-:
भारतीय नौसेना की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गई।
इसका कार्य क्षेत्र-: सामान्यतः समुद्री जलीय क्षेत्र होता है।
इसका आदर्श वाक्य -: शं नो वरूण:।
जल सेवा के अध्यक्ष को “एडमिरल” कहा जाता है।(वर्तमान में ‘दिनेश कुमार त्रिपाठी’)
कार्य -:
देश के तटीय क्षेत्र की रक्षा करना।
थल सेना तथा वायु सेना के अभियानों में सहायता करना।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यापार के दौरान बंदरगाहों की सुरक्षा।
वायु सेवा की संरचना-:
वायु सेवा को मुख्य रूप से तीन कमांडो में बांटा गया है-:
वेस्टर्न नेवल कमांड-: मुम्बई, महाराष्ट्र।
ईस्टर्न नेवल कमांड -: विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश)
सदर्न नेवल कमान-: कोच्चि,केरल।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल-:
इसके अंतर्गत निम्नलिखित बल शामिल है -:
केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स(CRPF)।
यह भारत के अंदर राज्य तथा संघ शासित प्रदेशों में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
इसकी प्रमुख बटालियन-:
कोबरा बटालियन- यह नक्सली आंदोलनों के विरुद्ध कार्य करती है।
RAF-यह दंगों को शांत करती है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(CISF)।
यह देश के 300 से अधिक औद्योगिक संस्थानों , महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों एवं मेट्रो आदि की सुरक्षा करती है।
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स(BSF)।
यह पाकिस्तान तथा बांग्लादेश की सीमा में तैनात रहती है।
सशस्त्र सीमा बल(SSB)।
यह नेपाल एवं भूटान की सीमा में तैनात रहती है।
इण्डो-तिब्बती पुलिस फोर्स(ITBP)
यह चीन की सीमा में तैनात रहती है।
अर्धसैनिक बल-:
असम राइफल।
यह म्यांमार की सीमा में तैनात रहती है।
स्पेशल फ्रंटियर फोर्स।
यह कैबिनेट सचिवालय के अधीन कार्य करती हैं; जो विभिन्न प्रकार की खुफिया ऑपरेशन करने के लिए जानी जाती है।
भारतीय तटरक्षक बल।
यह भारत के तटीय क्षेत्रों में तैनात रहने वाली सेना होती है।
विशेष बल-:
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड-: यह मुख्य रूप से आतंकवाद को समाप्त करने के लिए कार्य करती है। (इसके कमांडो काले रंग की वर्दी पहने रहते हैं)
मरीन कमाण्डो-: यह नौसेना का एक विशेष बल है; जो मरीन क्षेत्रों में सुरक्षा का कार्य करता है।
प्रमुख गुप्तचर एजेंसी
किसी भी देश की सुरक्षा में गुप्तचर एजेंसी का महत्वपूर्ण योगदान होता है; क्योंकि ये विभिन्न संभावित खतरों का, गुप्तनीय तरीके से पता लगाकर देश को सुरक्षित रखती हैं।
भारत की प्रमुख गुप्तचर एजेंसी-
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW)-:
स्थापना- 1968 को।
मुख्यालय- नई दिल्ली।
आदर्श वाक्य – धर्म रक्षति रक्षिता।
कार्य -: देश के बाहर संदिग्ध मामलों पर नजर रखने तथा खुफिया ऑपरेशन करना।
इंटेलिजेंट ब्यूरो (IB)-:
स्थापना – 1887 को ।
मुख्यालय – नई दिल्ली।
आदर्श वाक्य – “जागृतम अहनिर्षम”
मंत्रालय – गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करती है
कार्य -: देश के अंदर विभिन्न संदिग्ध मामलों पर नजर रखना तथा खुफिया ऑपरेशन करना।
रक्षा खुफिया एजेंसी(DIA)-
स्थापना 2002
मुख्यालय नई दिल्ली
मंत्रालय रक्षा मंत्रालय
भूमिका विदेशी सैन्य प्रणालियों की खुफिया जानकारी जुटाना
नेशनल टेक्निकल रिसर्च आर्गेनाईजेशन (NTRO)
स्थापना- 2004।
मुख्यालय- नई दिल्ली।
कार्य- यह तकनीकी रिसर्च के माध्यम से विभिन्न देशों की खुफिया जानकारी को एकत्रित करती है तथा साइबर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA)-:
स्थापना- 2009।
मुख्यालय- नई दिल्ली।
मंत्रालय- गृह मंत्रालय
कार्य- आतंकी हमले तथा आतंकवाद से संबंधित संदिग्ध मामलों की जांच करना।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)-:
स्थापना- 1963 को।
मुख्यालय- नई दिल्ली।
मंत्रालय- गृह मंत्रालय।
कार्य- यह भ्रष्टाचार तथा अन्य संगठित अपराधों की जांच करती है।