संप्रेषण /communication

संप्रेषण /communication

संप्रेषण /communication

संप्रेषण का अर्थ-: 

दो या दो से अधिक व्यक्तियों के मध्य तथ्यों, विचारों व सूचनाओं का आदान-प्रदान होना संप्रेषण कहलाता है। 

संप्रेषण के तत्व-:

  1. प्रेषक या वक्ता

  2. संदेश ( तथ्य, सूचना, विचार)

  3. संदेश प्राप्तकर्ता। 

  4. चिन्ह (सांकेतिक संप्रेषण में उपयोगी) 

  5. संप्रेषण माध्यम (वाणी ,मेल, फोन कॉल ,पोस्टमैन)

  6. प्रतिपुष्टि ( प्रतिपुष्टि पर ही संदेश का संप्रेषण पूर्ण माना जाता है) 

संप्रेषण की विशेषताएं-:

  • संप्रेषण एक उद्देश्य पूर्ण प्रक्रिया है- इसका उद्देश्य तथ्य, सुझाव, सूचना, विचार को दूसरे व्यक्तियों तक पहुंचाना होता है। 

  • संप्रेषण एक मानवीय क्रिया है-यह एक मानव द्वारा दूसरी मानव या मानव की समूह के साथ संपन्न होता है। 

  • संप्रेषण एक बौद्धिक क्रिया है-क्योंकि संप्रेषण में बुद्धि की आवश्यकता होती है।

  • संप्रेषण एक सर्वव्यापी कार्य है-क्योंकि सभी प्रकार के संगठनों, सभी प्रकार के विभागों में संप्रेषण की आवश्यकता होती है।  

  • संप्रेषण एक द्विध्रुवीय प्रक्रिया है-क्योंकि संप्रेषण के दौरान एक संदेश भेजने वाला होता है और एक संदेश प्राप्त करने वाला। 

  • संप्रेषण लिखित, मौखिक या सांकेतिक तीनों रूपों में हो सकता है। 

संप्रेषण का महत्व -:

  • उच्चस्थ एवं अधीनस्थ कर्मचारियों के मध्य तालमेल स्थापित करने में सहायक। 

  • प्रभावी नेतृत्व में सहायक। 

  • अधीनस्थ कर्मचारियों को अभिप्रेरित करने में उपयोगी। 

  • औद्योगिक समस्याओं का समाधान कर, औद्योगिक शांति की स्थापना में सहायक। 

  • उपयुक्त दिशा निर्देशन द्वारा कार्य कुशलता बढ़ाने में सहायक। 

इसके अतिरिक्त संप्रेषण स्वैच्छिक सहयोग की प्राप्ति में भी सहायक है। 

संप्रेषण के प्रकार-:

वैधता के आधार पर 

  • औपचारिक संप्रेषण – जब उच्च अधिकारी एवं अधीनस्थ कर्मचारियों के मध्य नियमों और प्रतिबंधों के साथ संप्रेषण किया जाता है तो इसे औपचारिक संप्रेषण कहते हैं। 

  • अनौपचारिक संप्रेषण- यह समान स्तर के लोगों द्वारा, आपसी वार्तालाप के रूप में किया जाने वाला संपर्क होता है। 

माध्यम के आधार पर 

  • मौखिक संप्रेषण। 

  • लिखित संप्रेषण। 

  • सांकेतिक संप्रेषण। 

संप्रेषण की बाधाए -:

संदेश अभिव्यक्ति संबंधी बाधाएं – आपर्याप्त शब्द भंडार, तोतलापन, धीमी आवाज आदि। 

संदेश की बाधाए़- अनेकार्थी शब्द,भाषाई भिन्नता आदि। 

माध्यम संबंधी बाधाएं –बहुत ज्यादा शोर होना, तीव्र हवा, तकनीकी समस्याएं आदि। 

मनोवैज्ञानिक बाधाएं –प्रेषक के प्रति अविश्वास, असावधानी, ध्यान ना देना आदि। 

 

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