समय प्रबंधन /time management
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Toggle“समय ही धन है अर्थात समय का सदुपयोग ही सफलता की कुंजी है”
समय प्रबंधन का अर्थ-
समय प्रबंधन एक ऐसा कौशल है, जिसमें व्यक्ति उपलब्ध सीमित समय का कुशलतम प्रयोग कर निर्धारित लक्ष्य को शीघ्रता से प्राप्त कर लेता है।
समय प्रबंधन की परिभाषा-:
“सही समय पर सही नियोजन, सही निर्णयन, सही कार्य तथा सही नियंत्रण ही समय प्रबंधन है”——B.K.अग्रवाल।
समय प्रबंधन के उद्देश्य
लक्ष्यों की शीघ्रता से प्राप्ति।
सीमित समय का दक्षता पूर्वक प्रयोग।
कर्मचारियों की कार्य कुशलता बढ़ाना।
लागत या अपव्यय में कमी लाना।
प्रबंधक एवं कर्मचारी के अंदर जवाबदेही का भाव जागृत करना।
समय प्रबंधन से उपरोक्त लाभ तो होती ही है साथ ही साथ प्रतिस्पर्धात्मक लाभ भी मिलता है, क्योंकि जो वस्तु एवं सेवा बाजार में सबसे पहले आती है, उसकी बिक्री स्वत: ही बढ़ जाती है।
समय प्रबंधन की युक्तियां/तकनीकें-:
कार्य योजना बनाना- कार्य से संबंधित रूपरेखा कर धारण करना कि कौन सा कार्य कब, कहां, कैसे करना है?
समय विभाजन करना- विभिन्न कार्यों की आवश्यकता के अनुसार उनकी समय सीमा निर्धारित करना।
समय सारणी बनाना-दैनिक तथा औपचारिक कार्यों को करने की समय-सारणी बनाना, कि- कौन सा कार्य कितने बजे करना है।
उचित समय पर उचित कार्य करना-प्रत्येक कर को इस समय करना जिस समय उसकी कार्य-दक्षता अधिक होती है।
प्राथमिकताओं का निर्धारण-विभिन्न कार्यों की प्राथमिकता सूची बनाना, और पहले अधिक प्राथमिकता वाले कार्य को करना, इसके बाद उपेक्षाकृत कम प्राथमिकता वाले कार्य को करना।
अवसरों का लाभ लेना-प्रत्येक अवसर का पूर्ण उपयोग करना।