मानव संसाधन प्रबंधन-:
This page Contents
Toggleउपलब्ध मानव संसाधन को उनकी कुशलता के आधार पर उपयुक्त कार्य देकर, संगठन में मानव संसाधन की मांग-पूर्ति के मध्य सामंजस्य बैठाना मानव संसाधन प्रबंधन कहलाता है।
हेनरी फोर्ड -: “मुझे मेरी इमारतें मेरी मशीन मेरी सारी पूंजी ले लो लेकिन मेरे कर्मचारी छोड़ दो मैं वापस हेनरी फोर्ड बन जाऊंगा”।
मानव संसाधन प्रबंधन के कार्य या घटक-:
कर्मचारियों की भर्ती करना-: निर्धारित लक्ष्य के अनुरूपित श्रेष्ठ कार्मिकों की नियुक्ति।
कर्मचारियों का प्रशिक्षण-: नियुक्त कर्मचारियों को व्यवहारिक के प्रशिक्षण देकर उनकी क्षमताओं में अभिवृद्धि करना।
कार्य सौंपना-: संगठन के कर्मचारियों को उनकी क्षमता के अनुरूप कर सौंपना।
निर्देशन-: अधीनस्थ कर्मचारियों का पथ-प्रदर्शन करना तथा उनका आवश्यक सलाह-सुझाव देना।
शिकायतों का समाधान-: कार्मिकों की शिकायतों का प्रभावी संप्रेषण द्वारा, समाधान करना।
मानव संसाधन प्रबंधन की चुनौतियां
सटीक आंकड़ा नहीं-: उपलब्ध मानव संसाधन का सटीक आंकड़ा प्राप्त नहीं होता।
सैद्धांतिक की योग्यता की तुलना में वास्तविक योग्यता कम होना-उम्मीदवारों की सैद्धांतिक योग्यता तो अधिक होती है उनके पास बड़ी-बड़ी डिग्रियां होती हैं लेकिन उन्हें व्यावहारिक नॉलेज कम होता है।
श्रम संघों की बाधाएं-: अनेकों बार श्रम संगठन प्रबंधकों के निर्णय में बाधा उत्पन्न करते हैं।
संगठन के मूल्य की बाधा-: संगठन की मूल्य में अपेक्षित परिवर्तन का विरोध होता है।
वैधानिक चुनौतियां-: कानून विधियों के साथ टकराव की चुनौती।
राजनीतिक चुनौतियां-: अनैतिक या पक्षपात पूर्ण राजनितिक दबाव की चुनौती।
तकनीकी चुनौतियां-: बदलते परिवेश में नवीन तकनीकियों के साथ सामंजस बैठाने की चुनौती।
वित्तीय चुनौतियां-: सीमित वित्त की चुनौती।
वित्तीय प्रबंधन/Finance Management
वित्तीय प्रबंधन का अर्थ-:
संगठन में उपलब्ध वित्त का समुचित उपयोग एवं उसे व्यक्ति से अधिकतम आउटपुट प्राप्त करना।
वित्तीय प्रबंधन की परिभाषा-:
“वित्तीय प्रबंधन, नियोजन एवं नियंत्रण को वित्त कार्य पर लागू करना है”——- हावर्ट एवं अपटन।
वित्तीय प्रबंधन के कार्य क्षेत्र-:
बजट निर्माण एवं प्रबंधन-: सटीक बजट का निर्माण करके उसका समुचित प्रबंध करना।
राजस्व प्रबंधन-: राजस्व प्राप्त करना तथा प्राप्त राजस्व का समुचित प्रयोग करना।
निवेश प्रबंधन-: निवेश प्रताप की योजना बनाना तथा प्राप्त निवेश को नियोजित करना।
वित्तीय निगरानी-: सरकारी लेनदेन पर निगरानी रखना।
वित्तीय योजनाओं का निर्माण एवं क्रियान्वयन-: प्रभावी वित्तीय योजना का निर्माण करना तथा उनका समुचित क्रियान्वयन करना।
वित्तीय जोखिम प्रबंधन-: वित्तीय जोखिम से निपटने के लिए बीमा आदि की व्यवस्था करना।
वित्तीय प्रबंधन का महत्व-:
उपलब्ध संसाधनों का अनुकूलतम प्रयोग।
संगठन के अपव्यय में कमी।
सरकारी उपक्रम की सफलता का आधार।
संगठन के कार्यों में निरंतरता।
निवेश प्रोत्साहन में सहायक।
संगठन को ऋणग्रस्तता या घाटे की स्थिति से बचाने में सहायक।