आतिथ्य एवं पर्यटन
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धार्मिक उद्देश्य, मनोरंजन या अलौकिक दृष्टता के लिए की गई यात्रा।
भारत में पर्यटन की अपार संभावनाएं विद्यमान है भारत में हर तरह के पर्यटक स्थल मौजूद हैं चाहे वह प्राकृतिक पर्यटक स्थल हो या धार्मिक हो या ऐतिहासिक या पुरातात्विक पर्यटक स्थल हों।
विदेशी मुद्रा में पर्यटन का योगदान-:
प्रत्यक्ष पर्यटन शुल्क- पर्यटकों को पर्यटन स्थल विकसित करने पर शुल्क देना होता है जिससे सरकारी राजस्व की प्राप्ति होती है।
रोजगार कीप्रताप-: क्षेत्रीय दुकानदारों तथा ऑटो रिक्शा चालक और होटल वालों को रोजगार की प्राप्ति।
परिवहन के साधनों का विस्तार-: पर्यटन से संबंधित क्षेत्र के परिवहन का विकास होता है।
निर्यात में वृद्धि-: जब विदेशी पर्यटक आते हैं तो हमारे यहां से वस्तुएं ले जाते हैं जैसे निर्यात बढ़ता है, हमें विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है।
टूरिस्ट गाइडों को प्राप्त आय- पर्यटन स्थलों पर टूरिस्ट गाइड होते हैं जो अपनी सेवा देने के बदले आय प्राप्त करते हैं।
भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए गए सरकारी प्रयास-:
1982 में प्रथम पर्यटन नीति बनाई गई।
2002 को अतुल्य भारत अभियान।
2014-15 में स्वदेश दर्शन योजना।
2015 में हृदय योजना- विरासत को संरक्षण देने के लिए।
2015 में प्रसाद योजना- पर्यटक स्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए।
2017 में धरोहर गोद लो योजना।
वेलकम टू इंक्रेडिबल इंडिया कार्यक्रम।
अन्य प्रयास-
अयोध्या राम मंदिर निर्माण।
महाकाल लोक प्रोजेक्ट।