वस्तु एवं सेवाओं का मानकीकरण
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Toggleमानकीकरण क्या है-:
वह प्रक्रिया है जिसमें यह प्रमाणित किया जाता है, कि संबंधित उत्पाद (वस्तु या सेवा) निश्चित दिशा निर्देशों के अनुरूप तथा गुणवत्तापूर्ण हैं।
मानक क्या है-
किसी वस्तु या सेवा की गुणवत्ता के स्तर का प्रमाण, मानककहलाता है।
मानकीकरण के उद्देश्य या लाभ
उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान करना।
उत्पाद में होने वाली मिलावटें या कालाबाजारी को कम करना।
वास्तु व सेवाओं पर सरकारी नियंत्रण हेतु।
उत्पादों के प्रति ग्राहकों की विश्वसनीयता बढ़ाना।
उत्पादकों को उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना।
भारत में प्रमुख मानक-:
ISI- Indian standard institution -:
यह औद्योगिक उत्पादों (जैसे– इलेक्ट्रॉनिक सामान कॉपी पेन रासायनिक वस्तुओं आदि) की गुणवत्ता पहचान का मानक है।
FPO- fruit product order-:
यह खाद्य प्रसंस्करण वाले पदार्थ (जैसे- अचार, सॉस, मुरब्बा) की गुणवत्ता पहचान का मानक है।
Fssai- food safety and standard authority of India. -:
इसका प्रयोग खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पहचान के लिए किया जाता है; जैसे-आटा, मैगी, चिप्स, तेल।
Agmark -:
यह कृषि से संबंधित उत्पादों के लिए दिया जाता है जैसे- अनाज, फल, बीज।
Eco-mark -:
यह पर्यावरण हितैषी प्रमाण चिन्ह है इसका चिन्ह होता है मिट्टी का घड़ा।
BIS hallmark -:
सोना चांदी की गुणवत्ता की पहचान के लिए दिया जाने वाला प्रमाण चिन्ह।
ISO-:
इसका पूरा नाम है- इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन।
इसका प्रयोग शिक्षा एवं बैंकिंग संस्थाओं की गुणवत्ता पहचान के लिए किया जाता है।
फिल्मों से संबंधित प्रमुख मानक
U category film-: इस प्रकार की फिल्म को सभी लोग देख सकते हैं।
U/A category film -: इस प्रकार की फिल्म को 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे माता-पिता के साथ देख सकते हैं, अकेले नहीं।
A category film -: इस प्रकार की फिल्म को 18 वर्ष से ऊपर के वयस्क लोग ही देख सकते हैं।
S category film-: यह विशेष वर्ग के लिए बनाई जाने वाली फिल्म है जैसे-डॉक्टर,सैनिक।