रुग्णता

रुग्णता 

शारीरिक रूप से स्वस्थ ना होना अर्थात किसी रोग या पीड़ा से ग्रसित होना; रुग्णता कहलाता है। 

रुग्णता को प्रभावित करने वाले कारक-:

  • जीवन की शैली। 

  • खान पान। 

  • धूम्रपान या नशा का सेवन। 

  • स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एवं सजगता। 

  • पोषण की स्थिति (संतुलित आहार आदि) 

  • स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता आदि। 

रुग्णता का प्रभाव-:

  1. मृत्यु दर में वृद्धि। 

  2. कार्य कुशलता में कमी। 

  3. उत्पादकता में कमी। 

  4. शिक्षा में बाधा। 

  5. आर्थिक बोझ में बढ़ोत्तरी। 

  6. गरीबों को बढ़ावा आदि। 

प्रजनन क्षमता 

प्राकृतिक रूप से यौन संबंध द्वारा, संतान उत्पत्ति की क्षमता को प्रजनन क्षमता कहा जाता है। 

प्रजनन दर-: एक निर्धारण वर्ष में प्रति 1000 जनन योग्य महिलाओं (15-49 वर्ष) द्वारा, जीवित पैदा किए गए बच्चों की संख्या के औसत अनुपात को प्रजनन दर कहते हैं। 

प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाले कारक –

  • उम्र-25 से 40 वर्ष में प्रजनन क्षमता अधिक होती है। 

  • पोषण की स्थिति- कुपोषित महिलाओं में प्रजनन क्षमता कम होती है। 

  • स्वास्थ्य स्थिति-यदि स्वास्थ्य स्थिति अच्छी है, तो प्रजनन क्षमता भी अधिक होगी। 

  • जीवनशैली- संतुलित एवं नियमित जीवन शैली वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता अधिक होती है।  

  • जलवायु- उष्ण जलवायु वाले क्षेत्रों में महिलाओं की प्रजनन क्षमता अधिक होती है, (जैसे- भारत में)। 

 

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