भारत एवं मध्य प्रदेश के नवीनतम आर्थिक आंकड़े
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Toggleजीडीपी-:
भारत की GDP -:
वर्तमान समय (2024-25) में स्थिर मूल्य पर, भारत की जीडीपी- 184.88 लाख करोड रुपए अनुमानित है (जबकि प्रचलित मूल्य पर डॉलर में, लगभग 3.64 ट्रिलियन डॉलर )।
तथा जीडीपी वृद्धि दर (2024-25) 6.4% है।
मध्य प्रदेश की जीडीपी-:
वर्तमान समय (2023-24) में मध्य प्रदेश कीजीडीपी 13.63 लाख करोड रुपए।
मध्य प्रदेश की जीडीपी वृद्धि दर (2023-24) 9.37% रही।
बजट-
भारत का बजट-:
वर्ष 2024-25 में भारत का कुल बजट 48.21 लाख करोड़ रुपए का रहा।
राजस्व प्राप्तियां- 31.29 लाख करोड रुपए।
पूंजीगत प्राप्तियां- 16.91 लाख करोड रुपए।
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राजस्व व्यय- 37.09 लाख करोड रुपए
पूंजीगत व्यय- 11.11 लाख करोड रुपए।
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भारत का राजकोषीय घाटा- भारत की जीडीपी का 6.4% रहा।
भारत के बजट का वितरण- लगभग
4.5 लाख करोड रुपए रक्षा क्षेत्र में,
2.63 लाख करोड रुपए ग्रामीण विकास में,
1.53 लाख करोड रुपए कृषि के क्षेत्र में,
भारत की संचित निधि में कहां से कितना रुपया आता है और कहां को जाता है -:
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मध्य प्रदेश का बजट-
मध्य प्रदेश का 2024-25 कुल बजट 3.30 लाख करोड रुपए है।
मध्य प्रदेश के बजट में 16% की वृद्धि हुई है।
कुल प्राप्तियां-: 3.30 लाख करोड रुपए
राजस्व प्राप्तियां- 2.63 लाख करोड रुपए।
पूंजीगत प्राप्तियां- 66 हजार करोड रुपए।
कुल प्राप्तियां में 17% की वृद्धि दर्ज की गई।
कुल व्यय-: 3.26 लाख करोड रुपए
राजस्व व्यय- 2.61 लाख करोड रुपए
पूंजीगत व्यय- 64 हजार करोड रुपए
कुलदेव में 16% की वृद्धि दर्ज की गई।
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मध्य प्रदेश का राजकोषीय घाटा- जीडीपी का लगभग 55000 करोड रुपए रहा, जो जीडीपी का 4.02% है।
मध्य प्रदेश के बजट का वितरण-
लगभग 52000 करोड रुपए, शिक्षा के क्षेत्र में,
लगभग 27000 करोड रुपए- पंचायत एवं ग्रामीण विकास में,
लगभग 26500 करोड रुपए- महिला एवं बाल विकास में,
21444 करोड़ रुपए – स्वास्थ्यक्षेत्र में,
26000 करोड रुपए-कृषि क्षेत्र में,
जीडीपी में विभिन्न क्षेत्रों का योगदान-:
भारतीय अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रक योगदान-
प्राथमिक क्षेत्र का योगदान- 17.7%
द्वितीय क्षेत्र का योगदान- 27.6%
तृतीय क्षेत्र का योगदान- 54.7%
मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्र के योगदान–
प्राथमिक क्षेत्र का योगदान- 45.53%
द्वितीय क्षेत्र का योगदान- 18.47%
तृतीय क्षेत्र का योगदान- 36%
अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों की सलंग्नता
भारतीय अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार-
प्राथमिक क्षेत्र में- लगभग 42.86% लोग संलग्न है।
द्वितीय क्षेत्र में- 26.12% लोग संलग्न है।
तृतीयक क्षेत्र में- लगभग 31.02% लोग संलग्न है।
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मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था में रोजगार का वितरण-
प्राथमिक क्षेत्र में- लगभग 70% लोग संलग्न हैं।
द्वितीय क्षेत्र में- लगभग 12% लोग संलग्न है।
तृतीय क्षेत्र में- लगभग 18% लोग संलग्न है।
प्रति व्यक्तिआय की स्थिति-
भारत की प्रति व्यक्ति आय-:
बजट 2024 के अनुसार भारत की प्रति व्यक्ति आय 2.12 लख रुपए है।
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मध्य प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय-:
आर्थिक सर्वेक्षण 2023 24 के अनुसार मध्य प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 1.42 लाख रुपए है।
(जबकि स्थिर मूल्य पर 66000लगभग)
कृषि क्षेत्र
भारत में कृषि क्षेत्र-
जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान 17.7% है।
हमारे देश के लगभग 42% जनसंख्या कृषि क्षेत्र में संलग्न है(2024-25)
फसल उत्पादन -:
भारत में कुल खाद्यान्न उत्पादन लगभग 332 मिलियन टन (3288 लाख टन) अनुमानित है,
गेहूं का लगभग 112 मिलियन टन।
चावल का लगभग 136 मिलियन टन।
जिसमें से मोटे अनाज का लगभग 54 मिलियन टन।
कुल मोटे अनाज(54 मिलियन टन) में से श्री अन्न का उत्पादन 17 मिलियन टन और मक्के का उत्पादन 35 मिलियन टन के आसपास अनुमानित है।
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भारत का 1.मसाला उत्पादन, 2.दूध उत्पादन, 3.जूट उत्पादन , तथा 4.दाल उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान है।
भारत में प्रमुख फसलों के उत्पादक राज्य-:
कुल खाद्यान्न उत्पादक राज्य-
उत्तर प्रदेश
मध्य प्रदेश
पंजाब
गेहूं उत्पादक राज्य-
उत्तर प्रदेश
मध्य प्रदेश
पंजाब
तिलहन उत्पादक राज्य-
राजस्थान
मध्य प्रदेश
गुजरात
सरसों उत्पादक राज्य-
राजस्थान
मध्य प्रदेश
गुजरात
दलहन उत्पादक राज्य-
मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
प्रमुख चना उत्पादक राज्य-
मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
मक्का उत्पादक राज्य-
कर्नाटक
बिहार
मध्य प्रदेश
मूंगफली उत्पादकराज्य-
गुजरात
राजस्थान
मध्यप्रदेश
मोटे अनाज उत्पादक राज्य-
राजस्थान
कर्नाटक
मध्य प्रदेश
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मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र-
मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र का योगदान 45.53%है।
और मध्य प्रदेश की लगभग 70% जनसंख्या कृषि क्षेत्र में संलग्न है।
कृषि एवं इससे संबंधित क्षेत्र की वृद्धि दर 2023-24 में पिछले वर्ष की तुलना में 1.4% रही।
फसल उत्पादन -:
Mpinfo के अनुसार- मध्य प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 55 मिलियन टन है।
और कुल तिलहन उत्पादन- लगभग 5.2 मिलियन टन (52 लाख टन) है।
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मध्य प्रदेश का- 1.दलहन उत्पादन, 2.चना उत्पादन,3.सोयाबीन , 4.तेंदूपत्ता उत्पादन उत्पादन आदि में देश में प्रथम स्थान है
जबकि, 1.कुल खाद्यान्न उत्पादन, 2.गेहूं,उत्पादन, 3.तिलहन उत्पादन 4.सरसों उत्पादन आदि की दृष्टि से, मध्य प्रदेश का, देश में दूसरा स्थान है।
औद्योगिक क्षेत्र
भारत में औद्योगिक क्षेत्र-
भारत की जीडीपी में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 27.6%है।
द्वितीय क्षेत्र में लगभग 26.12% लोगों को रोजगार प्राप्तहुआ है।
द्वितीय क्षेत्र की वृद्धि दर 2023-24में पिछली वर्ष कीतुलना में 9.5%रही।
विभिन्न उद्योगीकी स्थिति-
फार्मास्यूटिकल उद्योग में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है।
ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी भारत का विश्व में तीसरा स्थान है।
भारत का, विश्व के कुल व्यापार में लगभग 2 प्रतिशत योगदान है।
मध्यप्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र-:
मध्य प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का राज्य की जीडीपी में योगदान लगभग 18% है।
मध्य प्रदेश के लगभग 12% लोगों को रोजगार की प्राप्ति औद्योगिक क्षेत्र से होती है।
मध्य प्रदेश में विभिन्न उद्योगों की स्थिति-
औद्योगिक विकास की दृष्टि से मध्य प्रदेश का देश में सातवां स्थान है।
औद्योगिक निवेश की दृष्टि से मध्य प्रदेश का देश में चौथा स्थान है।
मध्य प्रदेश में लगभग 231 औद्योगिक केंद्र हैं।
सेवा क्षेत्र
भारत में सेवा क्षेत्र-:
भारत के जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान लगभग 54% है।
भारत के सेवा क्षेत्र से लगभग 31.02% लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में तृतीय क्षेत्र की वृद्धि दर 2023-24 में, पिछली वर्ष की तुलना में 7.6% रही।
मध्य प्रदेश में सेवा क्षेत्र-:
मध्य प्रदेश की जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान लगभग 36% है।
मध्य प्रदेश के लगभग 18-19% लोगों को सेवा क्षेत्र से रोजगार प्राप्त होता है।
बेरोजगारी
भारत में बेरोजगारी-
सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार , भारत में बेरोजगारी दर 3.2 प्रतिशत है। (2022-23)
मध्य प्रदेश में बेरोजगारी-
PLF सर्वे के अनुसार, मध्य प्रदेश में देश में सबसे कम बेरोजगारी दर्ज की गई है, मध्य प्रदेश में बेरोजगारी दर मात्र 0.9% बताई गई।
महंगाई
भारत में महंगाई-
आरबीआई के अनुसार भारत में महंगाई दर 4.9% है।
मध्य प्रदेश में महंगाई-
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में महंगाई दर 4 प्रतिशत है।
गरीबी
भारत में गरीबी –
वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक के अनुसार, भारत में गरीबी दर 16.4% है। (2023-24)
मध्य प्रदेश में गरीबी की स्थिति-
नीति आयोग के बहुआयामी गरीबी सूचकांक(2023-24)के अनुसार, मध्य प्रदेश में गरीबी दर 20 प्रतिशत रह गई है। (पहले 36% थी। )
NFHS-5 (2019-21) के अनुसार
बाल मृत्यु दर-:
भारत की बाल मृत्यु- 42/1000 है। (5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर)
मध्य प्रदेश की बाल मृत्यु दर- 49/1000 है।
शिशु मृत्यु दर-:
भारत की शिशु मृत्यु दर- 28/1000 है। (1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर)
मध्य प्रदेश की शिशु मृत्यु दर-41.3/1000 है।
नवजात मृत्यु दर-:
भारत की नवजात मृत्यु दर- 20/1000 है। (28 दिन के अंदर करने वाले शिशु की संख्या)
मध्य प्रदेश की नवजात मृत्यु दर- 25/1000 है।
मातृ मृत्यु दर-:
भारत की मातृ मृत्यु दर-: 103(प्रति एक लाख महिला पर)
मध्य प्रदेश की मातृ मृत्यु दर-: 163(प्रति एक लाख महिला में)
भारत के प्रमुख मिशन (लक्ष्य)
भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य- 2047।
भारत को शून्य कार्बन उत्सर्जन युक्त देश बनाने का लक्ष्य- 2070।
गगनयान भेजने का लक्ष्य- 2026
चंद्रमा में अंतरिक्ष यात्री भेजने का लक्ष्य- 2040
एचआईवी एड्स को खत्म करने का लक्ष्य –2030।
चंद्रयान-4 लांच करने का लक्ष्य– 2028।
अंतरिक्ष स्टेशन बनाने का लक्ष्य– 2035
भारत को टीवी मुक्त देश बनाने का लक्ष्य- 2025।
भारत को पूर्णरूप से मलेरिया मुक्त बनाने का लक्ष्य- 2030
भारत के निर्यात को 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य- 2030
500 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा प्राप्ति का लक्ष्य- 2030
कुल कार्बन उत्सर्जन में एक बिलियन टन कमी लाने का लक्ष्य- 2030।
भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता 1 लाख मेगावाट तक बढ़ाने का लक्ष्य-2047।