भगवत गीता का नीति शास्त्र

भगवत गीता का नीति शास्त्र और प्रशासन में उसकी भूमिका भगवत गीता का परिचय -: भगवत गीता के नीति शास्त्र को निम्न बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है-: गुणकर्म -: स्वधर्म -: आपद धर्म -: निष्काम कर्मयोग-: स्थिरप्रज्ञ-: योग(मोक्ष) एवं इसके मार्ग-: सुशासन के लिए आवश्यक गीता के नैतिक उपदेश-: